शेर बनाने का अपराध किसने किया? बेताल पच्चीसी - 22वीं हिंदी कहानी!!

शेर बनाने का अपराध किसने किया? बेताल पच्चीसी - 22वीं हिंदी कहानी!!

Vikram Betal [Betal Pachisi] 22वी Stories In Hindi




Vikram Betal [Betal Pachisi] 22वी Stories In Hindi
Vikram Betal [Betal Pachisi] 22वी Stories In Hindi



प्रिय पाठकों।

आप सभी का स्वागत हैं मेरे ब्लॉग allhindistory.in पर और आप पढ़ रहे है बेताल पच्चीसी की कड़ी की 22वी हिंदी कहानी "शेर बनाने का अपराध किसने किया?" बाकी सभी कहानियों की तरह यह कहानी भी बहुत ही शिक्षाप्रद कहानी हैं। इस विक्रम बेताल की कड़ी में राजा विक्रमादित्य चुपचाप बेताल को एक योगी के पास ले जाना चाहते है, लेकिन बेताल भी ऐसी कहानी सुनाता है की, कहानी के अंत में राजा विक्रमादित्य को बोलने पर मजबूर कर देता है। और राजा का मोन भंग होते ही बेताल फिर से श्मशान में जाकर पेड़ से लटक जाता है। तो चलिए जानते है की इस कहानी में बेताल राजा का मोन केसे भंग करता है और पढ़ते है -- "Vikram Betal [Betal Pachisi] 22वी Stories In Hindi"


Vikram Betal - Betal Pachisi 22वी [Hindi Stories ] शेर बनाने का अपराध किसने किया?


कुसुमपुर नगर में एक राजा राज्य करता था। उसके नगर में एक ब्राह्मण रहता था, उसके चार बेटे थे। लड़कों के सयाने होने पर ब्राह्मण मर गया और ब्राह्मणी उसके साथ सती हो गयी। उनके रिश्तेदारों ने उनका धन छीन लिया। वे चारों भाई नाना के यहाँ चले गये। लेकिन कुछ दिन बाद वहाँ भी उनके साथ बुरा व्यवहार होने लगा। तब सबने मिलकर सोचा कि कोई विद्या सीखनी चाहिए। यह सोच करके चारों चार दिशाओं की और चल दिये।

कुछ समय बाद वे विद्या सीखकर मिले। एक ने कहा, "मैंने ऐसी विद्या सीखी है कि मैं मरे हुए प्राणी की हड्डियों पर मांस चढ़ा सकता हूँ।" दूसरे ने कहा, "मैं अपनी विद्या से उसके खाल और बाल पैदा कर सकता हूँ।" तीसरे ने कहा, "मैं अपनी विद्या से उसके सारे अंग बना सकता हूँ।" चौथा बोला, "मैं उसमें जान डाल सकता हूँ।"

फिर वे अपनी विद्या की परीक्षा लेने के लिए जंगल में गये। वहाँ उन्हें एक मरे हुए शेर की हड्डियाँ मिलीं। उन्होंने उसे बिना पहचाने ही उठा लिया। एक ने माँस डाला, दूसरे ने खाल और बाल पैदा किये, तीसरे ने सारे अंग बनाये और चौथे ने उसमें प्राण डाल दिये। शेर जीवित हो उठा और सबको खा गया।


यह कथा सुनाकर बेताल बोला, "हे राजा, बताओ कि उन चारों में शेर बनाने का अपराध किसने किया?"

राजा ने कहा, "जिसने प्राण डाले उसने, क्योंकि बाकी तीन को यह पता ही नहीं था कि वे शेर बना रहे हैं। इसलिए उनका कोई दोष नहीं है।"

यह सुनकर बेताल फिर पेड़ पर जा लटका। राजा जाकर फिर उसे लाया। रास्ते में बेताल ने एक नयी कहानी योगी पहले क्यों रोया, फिर क्यों हँसा? बेताल पच्चीसी - 23वीं हिंदी कहानी! सुनायी।


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तो आज की विक्रम बेताल की कहानी में इतना ही फिर मिलते है नई कहानी के साथ पढ़ते रहिए allhindistory.in पर विक्रम बेताल की हिंदी कहानियां।

प्रिय पाठको अगर आपने अभी तक बेताल पच्चीसी [betal Pachisi] कड़ी की पिछली 21वी कहानी सबसे ज्यादा प्रेम में अंधा कौन था? - बेताल पच्चीसी - 21वीं हिंदी कहानी!! नही पढ़ी है तो वो भी पढ़ सकते हैं। 

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Betal Pachisi 22वी [Hindi Stories] को पढ़ने के लिए और आपका अमूल्य समय हमें देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।


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